RE: जिनवाणी : जीवन और आचरण -- भाग # २ by mehta
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life·@amitak·
0.000 HBD# जीवन और आचरण फुल और खुशबु की तरह है जैसे बिना खुश्बू वाले फुल का कोई महत्व नहीं होता उसी तरह आचरण हिन व्यक्ति का भी समाज में कोई महत्व नहीं होता।