मौका कहानी
storyline·@avikant·
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एक बार कोई लड़का जिंदगी से परेशान गुरुजी के पास जाता है और बोलता है गुरु जी मैं बहुत ज्यादा परेशान हु । मुझे पैसों की जरूरत है । मै चाहता हु की मेरे पेरेंट्स मेरे मातापिता बोहोत खुश रहे और पूरी दुनियाको मै खुश देखु लेकिनये पैसो के बिना पॉसिबल नहीं हो सकता । इसके लिए मेरेपास बोहोत सारे पैसे होने चाहिए । गुरुजीने उस लड़के को कहा मरे साथ चलो और उसे गुरुजीने ऐसी जगह ले गए जहाँ बोहोत सारे कंकड़ पाडे थे । और कहा इतने सारे कंकड़ में से कोई एक ऐसा कंकड़ है जो हर हर मेटल को हर धातु को सोने में बदल सकती है। वो कंकड़ जिस पर रखोगे वो सोने का हो जायेगा गोल्ड का हो गायेगा और उस कंकड़ की पहचान होगी उसके तापमंसे ये सब कंकड़ छू कर मेह्सुस करोगे तो सभी थंडे लगेगे लेकीन गोल्ड में बदलने वाली कंकड़ गरम महसूस होगी । फिर तुम अपनी जिंदगी में चाहो इतने पैसे कमा सकते हो । अगर तुम्हें वो कंकड़ मिल गई । तो चाहे जितने पैसे कमाओ । उसने देखा कि यह तो केवल कुछ ही महीनों की बात है मुझे रोज के केवल कुछ ही घंटे में देनी है । पर वह लड़का नहीं जानता था जो टास्क गुरु जी ने उसको दिया है वह बहुत सोच समझ कर दिया है। अगर इतना आसान होता तो बात ही क्या थी। .jpeg) लड़का लगता है उसमें उसने वो सारे कंकड़ जो एक तरफ थी उसे हाथ में लेकर महसूस करके जो कंकड़ ठंडी महसूस होती उसे समुंदर में फेंक देता । क्योंकि वह समुंदर में ना फेंके तो वही कंकड़ उसी में ना मिल जाएं ये काम उसे महीनों तक करना था इसीलिए जो कंकड़ कर ठंडी होती वह समंदर में फेंकते जा रहा था । एक दिन निकला 5 - 6 घंटे दिए उसने सब कंकड़ ठंडी महसूस हो रही थी । दूसरा दिन निकला तीसरा दिन निकला 2 हफ्ते निकले 3 हफ्ते निकले ऐसे करते-करते फिर एक महीना फिर 2 महीने फिर 4 महीने निकल गये लेकिन अब तक उस लड़की को वो गरम कंकड़ नहीं मिली उसमें से सब कंकड़ ठंडी महसूस हो रही थी । आप लड़के की स्पीड बहुत पढ़ चुकी थी लेकिन एक चीज है जो वह भूल रहा था उसका विश्वास जरूरी था की हम कंकड़ मिलेंगे जरूर लेकिन धीरे-धीरे कंकड़ को ध्यान से परखना कम करते जा था । तो तो अब अपने बारीकी से नहीं परख रहा था जितना वो शुरू की 3 कंकड़ को परखा था। दूसरी तरफ से यह भी कह सकते हैं उसके दिमाग की ऐसी कन्डीशन हो गईं थी की उसकी हैबिट हो गई थी की फटा फैट से वो कंकड़ को लेके समुंदर में फेंकने की । इतनी मेहनत के बाद 5 वे महीने की कुछ ही दिन में उस लड़की को वह कंकड़ मिल गई। और जैसे ही वो कंकड़ हाथ में आई वो उसे गर्म तुम महसूस हुई लेकिन क्यू की उसको जल्दी से हर कंकड़ को समंदर में फेकनेकी हैबिट बन चुकी थी उसने उसे भी फेक दी फेकने के 1-2 सेकंड बाद उसने अपनी हात की उंगली थाम दी उसको इतना पछतावा हुवा अब वो कंकड़ समंदर से नहीं निकाल सकता । जो उसने फेक दी थी क्योंकि अब उसकी हैंबिट बन चुकी थी हर कंकड़ को देखके फेकने की लेकिन फेकने के बाद उसे एहसास होता है की वो मुझे पता होते हुवे भी वो कंकड़ मैंने समंदर में फेंक दी । तो इस कहानिसे हम ऐसा क्या सिख सकते है जिसे हमारी पूरी जिंदगी बदल सके , ऐसा क्या सिख सकते है जिसे हमारी सोच में बदलाव आ सके और बदलाव आएगा हमारी जिंदगी भी बदल सकती है । .jpeg) जिस दिन आपने अपने हर दिन को हल्के में लेना शुरू कर दिया धीरे-धीरे हल्के में लेना आप की हैबिट बन जाएंगी। और जब कोई बड़ा अपॉर्चुनिटी वाला दिन होगा उसे भी इस हैबिट के अकॉर्डिंग उसे भी गलती से हल्के में ले लेंगे। फिर बाद में पछतावा होगा जब पता लगेगा कि वह तो नॉर्मल डे की तरह नहीं था । उस दिन मेरे पास बहुत बड़ा मौका था जिसे मैंने गवा दिया क्योंकि रोज मैं हर दिन को हल्का मानता था तो जो दिन हल्का नहीं था उसको भी मैंने हल्का मान लिया । आपकी जिंदगी में वह गर्म कंकड़ अपॉर्चुनिटी है। अवसर है एक मौका है और हर एक कंकड़ एक नया दिन है। वो गर्म कंकड़ कब आपकी हात में आएगां ये आप कभी नहीं जानते लेकिन आपको हर कंकड़ को ध्यान से परखना है। यानि हर दिन को कुछ ना कुछ सीखना है। हर सिचुवेशन से सीखना है , हर इंसान से हर चीज़ से सीखना है। अचानक कब वो गर्म कंकड़ हात मे आ जाये जो आपकी पूरी ज़िन्दगी बदल दे जो आपकी पूरी ज़िदगीको सोने की बना दे। ये आपके कब हाथ में आ जाए हम नहीं जानते। आज नहीं तो कल लेकिन वह कंकड़ आपके हाथ में आ जाएणा आपकी जिंदगी की हर चीज को सोने में बदल देगा। जिंदगी के हर पल को इस तरह से देखो इस तरह से जियो इस तरह से उसमें मेहनत करो जैसे कि वह एक कंकड़ जो चीज को सोने में बदल सकता है। थैंक्यू सो मच गयीज अगर ये कहानी अच्छि लगे तो कॉमेंट्स में बताये।